• Home
  • About us
  • Contact us
Tuesday, November 28, 2023
The Radar
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • खेल
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • विचार
  • Most Influential Personality
    • Iconic Personality – International
    • Most Influential Personality – National
    • Iconic Personality – State
Read in English
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • खेल
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • विचार
  • Most Influential Personality
    • Iconic Personality – International
    • Most Influential Personality – National
    • Iconic Personality – State
No Result
View All Result
The Radar
Read in English
Home स्वास्थ्य

सर्पदंश के इलाज को लेकर असम के स्वास्थ्य विभाग में नहीं है कोई उचित व्यवस्था : डॉ. दिव्य ज्योति सैकिया

The Radar by The Radar
August 25, 2022
in स्वास्थ्य
सर्पदंश के इलाज को लेकर असम के स्वास्थ्य विभाग में नहीं है कोई उचित व्यवस्था : डॉ. दिव्य ज्योति सैकिया
Share on FacebookShare on Twitter

असम, गुवाहाटी : असम सरकार राज्य के स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। उसके बावजूद ऐसे संवेदनशील विषय है, जिसमें न तो राज्य सरकार और न ही स्वास्थ्य विभाग कोई ध्यान दे रहा है। इसके कारण लोग अपनी जान गवाने को मजबूर है। विशेषकर प्रत्येक वर्ष बरसात के समय में असम में सर्पदंश लोगों की मौत होती है, लेकिन इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं दिखता। यहां तक की न तो स्वास्थ्य विभाग के पास इससे जुड़ा कोई तथ्य है और ना ही कोई जानकारी। सर्पदंश को लेकर राज्य में विभिन्न इलाकों का दौरा कर इस बारे में असम के राष्ट्रीय स्तर के मानव अधिकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. दिव्यज्योति सैकिया ने जायजा लिया। उन्होंने कई अस्पतालों में सर्पदंश के इलाज के तौर तरीके पर भी जानकारी हासिल की। उन्होंने इस संदर्भ में राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की कड़ी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि सर्पदंश के इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं दिखता और न ही उसका सही ढंग से इलाज होता है। ऐसे मरीजों को केवल एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन देकर ही अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री हो जाते हैं। उनका कहना था कि सर्पदंश की चपेट में आकर इलाज कराने अस्पताल पहुंचे मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए, लेकिन 7 वर्ष पूर्व कुछ चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया था। हालांकि बाद के समय में इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।

Previous Post

एमवीए में कोई मतभेद नहीं : उद्धव

Next Post

मैं तेलंगाना को नष्ट नहीं होने दूंगा : केसीआर

Next Post
मैं तेलंगाना को नष्ट नहीं होने दूंगा : केसीआर

मैं तेलंगाना को नष्ट नहीं होने दूंगा : केसीआर

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बेमौसम बरसात ने ली 20 लोगों की जान
राष्ट्रीय

बेमौसम बरसात ने ली 20 लोगों की जान

by The Radar
November 27, 2023
0

गुजरात, अहमदाबाद : गुजरात में बेमौसम बरसात के दौरान बिजली गिरने की घटनाओं में 20 लोगों की मौत हुई है।...

Read more
आयरिश लेखक बुकर पुरस्कार से सम्मानित

आयरिश लेखक बुकर पुरस्कार से सम्मानित

November 27, 2023
बाइडन ने की द्विराष्ट्र समाधान की वकालत

बाइडन ने की द्विराष्ट्र समाधान की वकालत

November 27, 2023
असम में मनाया गया राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

असम में मनाया गया राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

November 26, 2023
तापमान में नहीं होगा बदलाव

तापमान में नहीं होगा बदलाव

November 25, 2023

Categories

  • Most Iconic Industrialist
  • Most Iconic Political Figure
  • Most Iconic Power Figure
  • Most Iconic Social Figure
  • Most Iconic Sports Personality
  • Most Iconic Superstar
  • Most Influential Personality
  • अंतरराष्ट्रीय
  • खेल
  • टेक
  • मनोरंजन
  • राष्ट्रीय
  • विचार
  • स्वास्थ्य

Pages

  • About us
  • Contact us
  • The Radar
  • Home
  • About us
  • Contact us

© 2022 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • खेल
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • विचार
  • Most Influential Personality
    • Iconic Personality – International
    • Most Influential Personality – National
    • Iconic Personality – State

© 2022 All Rights Reserved