नई दिल्ली: देश में वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप अब भी कम नहीं हुआ है। ऐसे में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के मरीज की पहली मौत का मामला सामने आया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में 11 साल के बच्चे की मौत के संपर्क में आए सभी कर्मचारियों को आइसोलेशन में रखा गया है।
बताया जा रहा है कि बर्ड फ्लू से ग्रसित एक 12 साल के बच्चे को दो जुलाई को दिल्ली एम्स के डी-5 वार्ड में भर्ती कराया गया था। यहां हालत बिगड़ने पर उसे पहले आईसीयू में और फिर वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन बीते सोमवार को उसकी मौत हो गई। बच्चे के सैंपल की जांच पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) और नई दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने की और उसे पॉजिटिव बताया।
अगले दिन जांच रिपोर्ट आने के बाद इसकी पुष्टि हुई। इसके बाद मरीज का इलाज कर रहे दिल्ली एम्स के पूरे स्टाफ के साथ परिवार के सदस्यों को भी आइसोलेट कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि लड़के को दो जुलाई को निमोनिया और ल्यूकेमिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 12 जुलाई को उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि उपचार के दौरान उसकी कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा की जांच की गयी।गौरतलब है कि मामला सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाई अलर्ट जारी किया है। फिलहाल बच्चे की पहचान गोपनीय रखी गई है। कहा जा रहा है की सर्विलांस पूरा न होने तक उसकी पहचान को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।