ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने कहा कि ताइवान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने की चीन की धमकी से कोई हल नहीं निकलने वाला। यह केवल दोनों पक्षों के बीच दूरियां ही बढ़ाएगी। देश के राष्ट्रीय दिवस पर उन्होंने कहा कि चीन को ताइवान की बहुदलीय लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रणाली के भीतर प्रतिस्पर्धा को कमजोरी समझने और ताइवान के समाज को विभाजित करने का प्रयास करने की गलती नहीं करनी चाहिए। उनका कहना था कि वे बीजिंग के अधिकारियों को यह स्पष्ट करना चाहती चाहती हैं कि सशस्त्र टकराव से दोनों पक्षों के बीच विवाद में कोई हल नहीं निकलने वाला है।
यह केवल हमारी संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के लिए ताइवान के लोगों की प्रतिबद्धता का सम्मान करके ही ताइवान जलडमरूमध्य में रचनात्मक बातचीत को फिर से शुरू करने की नींव रखी जा सकती है। उनका यह भी कहना था कि देश ने विदेशी हार्डवेयर का आयात बढ़ाकर तथा घरेलू शस्त्र उद्योग के पुनरुद्धार तथा हथियारों के लिए प्रशिक्षण को उन्नत करके चीन के खतरे से अपनी रक्षा करने की कोशिशों को मजबूत किया है।