रूस/यूक्रेन, मास्को/कीव : उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का कहना है कि यूक्रेन में पिछले 28 दिनों से जारी युद्ध के दौरान रूस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उसके अनुसार अब तक जंग में रूस के 7 हजार से 15 हजार सैनिक मारे गए हैं। रूस को यूक्रेन से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। इतने दिनों बाद भी वह अभी तक कीव पर कब्जा करने में नाकाम रहा है।
रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। हालांकि, इसके चार हफ्ते पूरे होने के बाद भी रूस ने हताहत हुए अपने सैनिकों की संख्या नहीं बताई है। इस बीच नागरिकों को सुरक्षित निकाले जाने के लिए नौ मानवीय गलियारे बनाने पर यूक्रेन और रूस के बीच सहमति बन गई है। यूक्रेन की उपप्रधानमंत्री आइरिना वेरेश्चुक ने बताया, निकालने के लिए बर्दियांस्क में परिवहन की व्यवस्था की गई है। अकेले मैरियूपोल में ही 2.50 लाख से ज्यादा लोग हमलों के बीच फंसे हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच 28 दिन से जारी जंग में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की आहट फिर सुनाई देने लगी है। उम्मीद के मुताबिक सफलता न मिलने से हताश रूस ने फिर धमकी भरे अंदाज में कहा कि जीने मरने का सवाल हुआ, तो हम परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से पीछे नहीं हटेंगे। वहीं रूसी हमलों में मैरियूपोल शहर पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो गया है। रूसी बमबारी में कई अन्य शहर भी तबाह हो चुके हैं।