अमेरिका, न्यूयॉर्क : डॉलर में मजबूती और ब्याज दरें बढ़ने की आशंका से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें घटकर तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गईं। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.12 डॉलर सस्ता होकर 82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी तेल मानक डब्ल्यूटीआई की कीमत 1.02 डॉलर घटकर 78.14 डॉलर प्रति बैरल रह गई। दरअसल अमेरिकी डॉलर सूचकांक इस सप्ताह अब तक करीब 0.3 फीसदी चढ़ चुका है। इसके साथ ही यह फरवरी के बाद अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया है। अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती से उन देशों के लिए तेल खरीदना महंगा हो गया है, जो अमेरिकी मुद्रा में लेनदेन करते हैं। इससे उन देशों में कच्चे तेल की मांग में गिरावट आई है। इसके अलावा ब्रिटेन में महंगाई बढ़कर दहाई अंकों में पहुंच गई है। इससे अनुमान है कि बैंक ऑफ इंग्लैंड ब्याज दरों में और बढ़ोतरी कर सकता है। उधर रूस के पश्चिमी बंदरगाहों से अप्रैल में तेल निर्यात 2019 के बाद सबसे अधिक होने की संभावना है।
वाणिज्यिक एलपीजी गैस सिलेंडर हुआ महंगा
नई दिल्ली : तेल विपणन कंपनियों ने पिछले सितंबर की तरह इस बार भी 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी गैस...
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