अमेरिका, वॉशिंगटन : यूक्रेन-रूस युद्ध को एक साल पूरे होने के बावजूद दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। इस बीच चीन ने लड़ाई खत्म करने के लिए 12 सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है। इसमें उसने रूस के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों को खत्म करने की भी बात कही है। जिसका व्यापक विरोध हुआ है और उस पर रूस का साथ देने के आरोप लगाए गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में चीन रूस का साथ देगा। बाइडन ने कहा कि उन्होंने इस बारे में अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से लंबी बातचीत की है। जिसके बाद अब तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिले है कि उसने रूस का साथ दिया है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तक सामने नहीं आया है कि चीन को रूस को घातक सैन्य सहायता की आपूर्ति की हो। पेंटागन के प्रेस सचिव वायु सेना ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने भी इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चीन के पास स्पष्ट रूप से उन्नत क्षमताएं और घातक हथियार हैं। इसके बाद भी उसने सार्वजनिक रूप से रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अपनी तटस्थता की घोषणा की है।
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