अमेरिका, वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर को होने वाले हैं। चुनाव में लगभग 244 मिलियन मतदाता (24.4 करोड़) नया राष्ट्रपति चुनने के लिए वोट डालेंगे। इसको लेकर वैश्विक पारा काफी चढ़ा हुआ है। एक तरफ रिपब्लिकन पार्टी की तरफ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति और भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक कमला हैरिस हैं। दोनों का राजनीतिक भविष्य अमेरिकी मतदाता तय करेंगे। उधर कमला हैरिस के साथ उप राष्ट्रपति के लिए मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज मैदान में हैं तो डोनाल्ड ट्रंप के साथ जेडी वेंस उप राष्ट्रपति की कुर्सी के लिए दावा ठोक रहे हैं। मालूम हो कि अमेरिका में मतदाता सीधे तौर पर राष्ट्रपति का चुनाव नहीं करते हैं। राष्ट्रपति का चुनाव 538 इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा किया जाता है। जीत के लिए उम्मीदवार को बहुमत 270 या उससे ज्यादा इलेक्टोरल कॉलेज हासिल करने होते हैं। इसलिए एक उम्मीदवार को लोकप्रिय वोटों का बहुमत मिल सकता है, लेकिन फिर भी वह हार सकता है, अगर वह इसे इलेक्टोरल कॉलेज के बहुमत में तब्दील न कर पाए । 2016 में डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन ने ट्रंप की तुलना में लगभग 3 मिलियन अधिक वोट जीते, लेकिन वह चुनाव से हार गईं क्योंकि ट्रंप ने 306 इलेक्टोरल कॉलेज जीत कर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। अंतिम फैसला उन सात राज्यों से आएगा, जहां किसी भी पार्टी के पास निश्चित बहुमत नहीं है और वहां चुनाव किसी भी तरफ जा सकता है। इन राज्यों के पास कुल मिलाकर 93 निर्वाचक मंडल वोट हैं।
भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त
मणिपुर, इंफाल : राज्य में सुरक्षा बलों ने पहाड़ी और घाटी जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में अपने लगातार...
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