उत्तर कोरिया: उत्तर कोरिया की आर्थिक अवस्था पूरी तरह बिगड़ गई है। देश अनाज संकट किस समस्या से जूझ रहा है। खाद्य सामग्री लोगों की पहुंच से दूर हो गई है। लोगों को महंगे दामों पर खाने पीने की चीजें खरीदनी पड़ रही है।
इस बात की पुष्टि खुद तानाशाह किम जोंग ने की है। उनका कहना है कि देश गंभीर खाद्य संकट से गुजर रहा है। उनके मुताबिक न केवल हालात बिगड़े हैं बल्कि महंगाई भी नियंत्रण से बाहर हो गई है। आम आदमी के हाथों से खाने-पीने की चीजें दूर हो चुकी हैं। दूरदराज क्षेत्रों की बात कौन करें खुद राजधानी प्योंगयांग में वस्तु की कीमतें आसमान छू रही है।
यहां ब्लैक टी के एक छोटे पैकेट की कीमत 70 डॉलर यानी करीब 5,167 रुपये, कॉफी पैकेट की कीमत 100 डॉलर यानी 7,381 रुपए और 1 किलो केले की कीमत 45 डॉलर यानी 3300 रुपए हो गई है। लोग बेहद परेशान हैं और उन्हें यह नहीं समझ आ रहा है वह क्या करें। उनके सामने पेट की आग बुझाने की समस्या पैदा हो गई।
गौरतलब है कि यूनाइडेट नेशंस के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन एफएओ ने कहा था कि उत्तर कोरिया में 860,000 टन अनाज की कमी है. यानी देश में दो महीने की आपूर्ति के बराबर ही अनाज शेष बची है। उधर किम जोंग उन ने देश की आर्थिक समस्याएं दूर करने का संकल्प लिया है।