पश्चिम बंगाल, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शिक्षक घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी सरकारी गवाह बन गई हैं। इसके बाद अब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस टीएमसी के कई अन्य बड़े नेताओं की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्रों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ईडी की ओर से पिछले दिनों अदालत में पेश किए गए आरोपपत्र में इसकी जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान अर्पिता ने ईडी अधिकारियों से सरकारी गवाह बनने की गुहार लगाई है। इसके लिए उसने आवेदन किया है। सूत्रों के मुताबिक अर्पिता ने बताया है कि नकदी, आभूषण और विदेशी मुद्रा के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी। अर्पिता को कमरों में जाने की अनुमति भी नहीं थी। अब वह सरकारी गवाह के तौर पर बयान देने के लिए तैयार हैं। माना जा रहा है कि इसके बाद अब भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी शिकंजा करने में और मदद मिलेगी।
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