रूस, मास्को : यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान के बारे में भ्रामक सूचना प्रसारित करने के आरोप में जेल में बंद प्रमुख विपक्षी कार्यकर्ता के खिलाफ रूस ने देशद्रोह का आरोप लगाया है। विपक्षी कार्यकर्ता के अधिवक्ता वादिम प्रोखोरोव के अनुसार विपक्षी नेता व्लादिमीर कारा-मुर्ज़ा जूनियर के खिलाफ आरोप कई पश्चिमी देशों में दिए गए उनके भाषणों के आधार पर लगाया गया है, जिसमें क्रेमलिन के शासन की आलोचना की गई थी। प्रोखोरोव ने बताया इन भाषणों से देश को कोई खतरा नहीं था, यह सार्वजनिक और खुली आलोचना थी। अधिवक्ता ने बताया कि कारा-मुर्जा ने देशद्रोह के आरोपों से इंकार किया है। उन्होंने बताया कि दोषी साबित होने पर उन्हें 20 साल तक की सजा हो सकती है।
सफ्रोनोव पर चेक खुफिया को सैन्य रहस्य और एक जर्मन नागरिक को रूसी सेना के बारे में जानकारी देने का आरोप लगाया गया था। पूर्व पत्रकार ने अपनी बेगुनाही पर जोर दिया और तर्क दिया कि उन्होंने अपने काम के दौरान खुले स्रोतों से सभी जानकारी एकत्र की और कुछ भी अवैध नहीं किया।
असम विधानसभा का बजट 17 फरवरी से
असम, गुवाहाटी : असम विधानसभा का इस वर्ष का बजट सत्र 17 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। राज्यपाल...
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