अफगानिस्तान, काबुल : अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने आज लड़कियों के लिए माध्यमिक विद्यालयों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया। पिछले साल अगस्त के बाद पहली बार उन स्कूलों को खोला गया था, लेकिन कुछ ही घंटों बाद इन्हें बंद करने के आदेश आ गए। गौरतलब है कि पिछले साल तालिबान ने अफगानिस्तान पर दूसरी बार कब्जा कर लिया था। हां, यह सच है।
तालिबान के प्रवक्ता इनामुल्ला समांगानी ने इस बात की पुष्टि की कि आदेश के बाद छात्रों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। इस अचानक कदम से युद्धग्रस्त देश में लड़कियों की शिक्षा को लेकर नई चिंताएं पैदा होने की संभावना है। हालांकि देश में सत्ता पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने का वादा किया गया था। लड़कियों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा करते हुए तालिबान ने कहा कि राजधानी काबुल सहित कई प्रांतों में शैक्षणिक संस्थान 23 मार्च से फिर से खुलेंगे। हालांकि, आदेश में यह भी कहा गया है कि कंधार में स्कूल अप्रैल तक नहीं खुलेंगे।
आज राजधानी काबुल में कई लड़कियां स्कूलों में वापस जाती हुई दिखाई दीं। शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि राजधानी काबुल सहित कई प्रांतों में स्कूल फिर से खुलेंगे, लेकिन तालिबान के आध्यात्मिक केंद्र कंधार के दक्षिणी क्षेत्र में अगले महीने तक स्कूल नहीं खुलेंगे। आज सैकड़ों लोग सुबह 7:00 बजे जरघोना हाई स्कूल में पहुंचे, जो राजधानी के सबसे बड़े स्कूल में से एक है। बच्चियों को घंटों स्कूल के प्रवेश द्वार पर खड़े रहते देखा गया।