सीरिया, दमिश्क : सीरिया के सबसे बड़े नेता अहमद अल-शारा ने पूर्व विद्रोही गुट प्रमुखों के साथ सभी समूहों को भंग करने और उन्हें रक्षा मंत्रालय के साथ मिलाने पर एक समझौता किया। यह बयान सीरिया के प्रशासन ने जारी किया है। प्रधानमंत्री मोहम्मद अल-बशीर ने पिछले हफ्ते कहा था कि पूर्व विद्रोही गुटों और बशर अल-असद की सेना से अलग हुए अधिकारियों को साथ लेते हुए मंत्रालय का पुनर्गठन किया जाएगा। अहमद अल-शारा को कई समूहों के बीच टकराव से बचने की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। देश के नए शासकों ने बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल करने की बगावत में अग्रणी भूमिका निभाने वाले मुरहाफ अबू कसरा को अंतरिम सरकार में रक्षा मंत्री नियुक्त किया है। सीरिया के धार्मिक अल्पसंख्यकों में मुस्लिम कुर्द और शिया शामिल हैं, जिन्हें गृहयुद्ध के वक्त डर था कि भविष्य में कोई भी सुन्नी इस्लामवादी शासन उनकी लाइफ स्टाइल को खतरे में डाल देगा।इसके साथ ही सीरिया के ग्रीक और अर्मेनियाई रूढ़िवादी ईसाई और ड्रूज़ समुदाय भी शामिल हैं। सीरिया के बागियों ने 8 दिसंबर को दमिश्क पर कब्जा कर लिया, जिससे 13 साल से अधिक वक्त के गृहयुद्ध के बाद असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा और उनके परिवार के दशकों पुराने शासन का खात्मा हो गया।
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नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के संकल्प पत्र को लॉन्च करते हुए सांसद अनुराग ठाकुर ने...
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