नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 10 दिनों से जारी संघर्ष के बीच भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि यूक्रेन में मौजूदा संकट का भारत-रूस संबंधों सहित पूरी दुनिया पर असर पड़ेगा और इसके प्रभाव की अभी कल्पना नहीं की जा सकती है। साथ ही रूसी राजदूत ने कहा कि भारत रूस के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए इस स्थिति का लाभ उठा सकता है, क्योंकि रूस के पश्चिमी भागीदारों ने इसके साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया है।
रूस के राजदूत ने कहा कि मौजूदा स्थिति ने भारतीय कारोबारों को रूस में अपनी उपस्थिति के विस्तार का अवसर प्रदान किया है। रूसी दूतावास ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें राजदूत डेनिस अलीपोव ने टिप्पणी की है। अलीपोव ने कहा इस संकट का भारत-रूस संबंध समेत पूरी दुनिया पर असर पड़ेगा। यह किस हद तक जाएगा, इस बारे में कोई कुछ नहीं कह सकता। उन्होंने कहा हमारा मानना है कि हमारे संबंध दोनों देशों के हित में विकसित हो रहे हैं और वे रणनीतिक प्रकृति के हैं।
लेनदेन के मामलों में भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। भारत-रूस संबंधों पर पश्चिमी प्रतिबंधों के संभावित प्रभाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा राष्ट्रीय मुद्राओं में परस्पर समाधान के लिए एक द्विपक्षीय तंत्र पहले से ही काम कर रहा है। एकमात्र सवाल यह है कि इसे व्यापक पैमाने पर कैसे इस्तेमाल किया जाए। राजदूत ने सुझाव दिया कि तंत्र के व्यापक उपयोग से प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा भारतीयों के लिए इस स्थिति का लाभ उठाना और अधिक सक्रिय रूप से रूसी बाजार में प्रवेश बेहतर होगा, जब कई पश्चिमी भागीदारों ने हमारे साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया है।