अमेरिका, वाशिंगटन। यूरोप समेत दुनिया के कई हिस्सों में कोरोन महामारी के लौटने का खतरा मंडराने लगा है। रूस में आए दिन कोविड-19 से एक हजार से ज्यादा मौतें हो रही हैं। जर्मनी में भी संकट गहराने लगा है। कई मुल्कों ने सख्त कानूनों को लागू करने की बात कही है। जान्स हापकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 24.9 करोड़ को पार गया है जबकि महामारी से मरने वालों की संख्या 50.3 लाख से अधिक हो गई हैं।
रूस में सख्त पाबंदियां लागू होने के बावजूद महामारी के बढ़ते मामलों में कमी नहीं आ रही है। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक रूस में बीते 24 घंटे में कोरोना के 41,335 नए मामले सामने आए हैं जबकि इसी दौरान 1,188 लोगों की मौत हो गई है। एक दिन पहले रूस में महामारी से करीब 12 लोगों की मौत हुई थी। इसके साथ ही रूस में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8,755,930 हो गया है, जबकि 239,943 लोगों की महामारी से मौत हो चुकी है।
इसके साथ ही रूस यूरोप का सबसे ज्यादा महामारी प्रभावित मुल्क बन गया है। उक्रेन में महामारी ने खौफनाक रूप दिखाना शुरू कर दिया है। उक्रेन में बीते 24 घंटे में 793 लोगों की मौत हुई है जबकि 25,063 मामले सामने आए हैं। उक्रेन में कोरोना के अब तक 30.6 लाख मामले सामने आ चुके हैं जबकि 71,635 लोगों की मौत हुई है। वहीं ब्राजील में एक दिन में महामारी से 389 लोगों की मौत हुई है जबकि 13,321 नए मामले सामने आए हैं। ब्राजील में अब तक 609,060 लोगों की महामारी से मौत हो चुकी है जबकि 21,862,458 मामले सामने आए हैं।
कोरोना महामारी ने जर्मनी में भी तेजी से पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी में एक दिन में कोरोना के 34,002 मामले सामने आए हैं जबकि इसी अवधि में 142 लोगों की मौत हो गई है। जर्मनी में अब तक कोरोना के 4,743,490 मामले आ चुके हैं जबकि 96,488 लोगों की मौत महामारी से हुई है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय देश जर्मनी की 8.3 करोड़ आबादी के पात्र लोगों में से दो तिहाई जनसंख्या कोविड टीकाकरण करवा चुकी है। इन सबके बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यूरोप में कोरोना के बढ़ते मामलों को गंभीर चिंता की वजह बताई है।
डब्ल्यूएचओ के यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हैंस क्लूज ने संवाददाताओं से कहा कि यूरोप और मध्य एशिया के 53 देशों के क्षेत्र में कोरोना की नई लहर के आने का खतरा है। इन इलाकों में संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर दोगुने से ज्यादा बढ़ी है। देखा जाए तो यूरोप एकबार फिर से महामारी के केंद्र में जाता नजर आ रहा है। संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जैसा की एक साल पहले देखा गया था।
महामारी की नई लहर को रोकने के लिए तमाम मुल्कों ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। चीन ने सीमाओं पर कोविड-19 के रोकथाम उपायों को मजबूत करने के लिए गश्त बढ़ाने जैसे निर्णय लिए हैं। वहीं अमेरिका ने उन कंपनियों के कर्मचारियों को चार जनवरी तक कोविड-19 रोधी वैक्सीन लगवाना अनिवार्य कर दिया है जिनमें 100 या उससे ज्यादा लोग काम करते हैं। दूसरी ओर सिंगापुर ने उन सरकारी कर्मचारियों को बिना वेतन की छुट्टी पर भेजने की चेतावनी दी है जो वैक्सीन लगवाने से बचने की कोशिशें कर रहे हैं।