गुवाहाटी, 8 मई (ख. सं.)। राज्य के मुख्य सचिव जिष्णु बरूवा ने आज डिजिटल बाढ़ रिपोर्टिंग और सूचना प्रबंधन प्रणाली (एफआरआईएमएस) का शुभारंभ किया। उन्होंने एक संक्षिप्त कार्यक्रम में ऑनलाइन सिस्टम को लांच करते हुए कहा कि कई तरंगों में आने वाली बाढ़ का प्रबंधन करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्य है। इसमें कई विभाग और तंत्र शामिल होते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए बहुत ही संवादात्मक है। राहत और बचाओ के प्रयास निरंतर जागरूकता और डेटा उपलब्धता पर निर्भर करते हैं। उन्होंने कहा कि यह 15 मई से कार्य सक्षम हो जाएगा। राज्य में 15 मई से 15 अक्तूबर के बीच दैनिक बाढ़ रिपोर्टिंग की एक अनिवार्य प्रणाली है। बाढ़ रिपोर्टिंग की वर्तमान प्रक्रिया मैनुअल सत्यापन और गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली से गुजरती है।
इसे असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) और यूनिसेफ द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया है। यह नयी ऑनलाइन प्रणाली बाढ़ के दौरान महत्वपूर्ण प्रभाव संकेतकों को पकड़ लेगी। इस प्रणाली को अपनाने वाला असम पहला राज्य होगा।
इस प्रणाली की मदद से तत्काल जरूरतों की निगरानी और डाटा जरूरतों को पूरा करने में दक्षता में वृद्धि करेगी। इस अवसर पर बोलते हुए राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अविनाश जोशी ने कहा कि सूचना प्रवाह की पूरी डिजिटल प्रणाली तत्काल चेतावनी-आधारित सत्यापन और स्वचालित संकलन सक्षम करेगी। उन्होंने आगे कहा कि अब हमारे पास तेजी से निर्णय लेने और योजना बनाने के लिए बेहतर पहुंच होगी। उन्होंने डीडीएमए की टीमों से भी रिपोर्टिंग की नई प्रणाली को पूरी तरह से लागू करने का आग्रह किया।