असम, 5 मई (र. सं.)। असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर अब भी सस्पेंश बरकरार है। हालांकि भाजपा के नेता अगले एक-दो दिनों में इससे पर्दा उठने की बात कर रहे है। इस बारे में अपनी टिप्पणी करते हुए वित्त मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि यह फैसला केंद्रीय संसदीय बोर्ड लेगा।
उधर पार्टी के एक सूत्र का कहना है कि अगले एक या दो दिनों में निर्णय हो जाएगा। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने मंत्रणा शुरू कर दी है कि मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के साथ बने रहा जाए या एक नये चेहरे को लाया जाए। फिलहाल सोनोवाल और हिमंत को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर पार्टी एक तरफ से विभाजित नजर आ रहा है।
पार्टी के अधिकांश नेता एवं कार्यकर्ता सोनोवाल को ही वापस इस पदवी में देखना चाहता है। जबकि हिमंत के रहमो करम पर जनप्रतिनिधि बने धड़ा उन्हें मुख्यमंत्री बनाने पर तुला हुआ है। अब सवाल उठता है कि क्या यह जनता के जनादेश का अपमान नहीं है। अब यह पार्टी से ज्यादा जनता के बीच चर्चा हो रही है कि क्यों एक पदवी के लिए जनता की आकांक्षाओं का बली दिया जा रहा है।
कुछ तो यह भी कह रहे हैं कि जब सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं ही तो दूसरे को क्यों इसकी जिम्मेदारी देने की बात कही जा रही है। उनका मानना है कि सोनोवाल की छवि साफ-सुथरी है। जबकि हिमंत के ऊपर के सारे आरोप भी हैं। सोनोवाल के पक्ष में लगातार समर्थकों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को जल्द से जल्द इस पर फैसला लेकर वर्तमान जारी सस्पेंस को खत्म करना चाहिए।
अब राज्य की जनता भी इंतजार कर रही है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?