नई दिल्ली/गुवाहाटी, 8 मई। असम विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने जबरदस्त जीत के साथ सत्ता में वापसी कर ली। भाजपा की जीत के अब असम में नेतृत्व को लेकर सस्पेंस जारी है। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा को जीत मिली है तो वहीं डॉ. हिमंत विश्व शर्मा भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं।
दिल्ली स्थित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर असम में मुख्यमंत्री पद को लेकर मैराथन बैठक आयोजित की गई। सूत्रों के हवाले से खबर है कि असम के अगले मुख्यमंत्री पद की दौड़ में डॉ. हिमंत विश्व शर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा है। इससे पहले असम को लेकर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अब हरकत में आ गई है। नड्डा ने सोनोवाल और हिमंत दोनों को ही आज दिल्ली बुलाया। गुवाहाटी से चार्टर्ड प्लेन से दोनों नेता आज दिल्ली पहुंचे। सबसे पहले हिमंत और राष्ट्रीय सांगठनिक महासचिव बीएल संतोष बैठक के लिए नड्डा के आवास पहुंचे।
दिल्ली में जेपी नड्डा के आवास पर गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बैठक के बाद हिमंत निकल गए। नड्डा के आवास से हिमंत के निकल जाने के बाद मुख्यमंत्री सोनोवाल पहुंचे। नड्डा के घर सोनोवाल के साथ बैठक जारी थी, कि फिर से हिमंत वहां पहुंच और दोनों के साथ एक बार फिर बैठक आयोजित हुई। इस बीच पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल दोपहर 12 विधानसभा सचिवालय में स्थित विधायक दल के कक्ष में नव निर्वाचित विधायकों के साथ एक बैठक आयोजित होगी।
इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रुप में राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और राष्ट्रीय सांगठनिक महासचिव बीएल संतोष उपस्थित रहेंगे। एक अन्य सूत्र ने यह भी कहा कि पार्टी के केंद्रीय प्रभारी बैजयंत पांडा और चुनाव प्रभारी नरेंद्र सिंह तोमर भी बैठक में भाग लेंगे। बताया जाता है कि सभी विधायकों को 11 बजे विधायक कक्ष में उपस्थित होने को कहा गया है। बैठक निर्धारित समय पर ही शुरू होगी। वही आज शाम पार्टी के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने आज कल होने वाली बैठक को लेकर तैयारियों का जायजा लिया।
मिली जानकारी के अनुसार पार्टी का कहना है कि हमारे बीच कोई विवाद नहीं है और न ही भविष्य में कोई विवाद होगा। अब सभी उम्मीद कर रहे हैं कि कल की बैठक में नतीजे घोषित होने के बाद से चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो जाएगा। उधर बताया जा रहा है कि सोमवार को नए मुख्यमंत्री शपथ लेंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित हो सकता है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह किसी अन्य बड़े स्थानों पर भी आयोजित हो सकता है।
मालूम हो कि असम के विधानसभा चुनाव में भाजपा अकेले दम पर 126 में से 60 विधानसभा सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। भाजपा गठबंधन के सहयोगी असम गण परिषद अगप ने 9 और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने 6 सीटें जीती थीं। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को 126 सदस्यीय विधानसभा में 75 सीटें मिली थीं। 2016 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सर्वानंद सोनोवाल को चेहरा बनाया था, लेकिन इस बार पार्टी यही कहती रही कि कौन मुख्यमंत्री होगा, ये चुनाव के बाद तय होगा।