असम, गुवाहाटी: राज्य के नगांव जिले में पिछले महीने मृत पाए गए 18 जंगली हाथियों की आकाशीय बिजली गिरने से दुर्घटनावश मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है।
आज यहां पत्रकारों से हुई बातचीत में वन मंत्री परिमल शुक्लबैद्य ने जांच के निष्कर्षों को सार्वजनिक करते हुए कहा कि मृत हाथियों के नमूनों की ऑटोप्सी रिपोर्ट में कहा गया है कि झुंड में हाथियों की मौत के लिए किसी संक्रामक रोग एजेंट या किसी विष या जहर को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि फोरेंसिक, टॉक्सिकोलॉजी जैसी कई अन्य जांच रिपोर्टों और मौसम विज्ञान की रिपोर्ट में भी किसी भी तरह की गड़बड़ी न होने की बात कही गई है। कोंडोली प्रस्तावित आरक्षित वन, जिसे बामुनी हिल्स के रूप में भी जाना जाता है, में हाथियों की बिजली गिरने से मौत होने की ओर इशारा किया गया है।
पोस्टमार्टम करने के लिए गठित विशेषज्ञों की छह सदस्यीय टीम ने रिपोर्ट में कहा है कि कोंडोली पहाड़ियों में मृत पाए गए 18 हाथियों की बिजली गिरने से दुर्घटनावश मौत हुई थी।
घटना स्थल पर परिस्थितिजन्य साक्ष्य, प्रयोगशाला रिपोर्ट और उस अवधि के दौरान मौसम संबंधी डेटा को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट तैयार की गई है।