गोवा, पणजी : गोवा में विधानसभा चुनावों में उतरे 26 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि आठ फीसदी के खिलाफ गंभीर अपराधों में मामले दर्ज हैं। गोवा इलेक्शन वाच और एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने एक को दावा किया कि दागी उम्मीदवारों को मौका मान देने में कांग्रेस अव्वल है। इसके बाद, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) तीसरे स्थान पर भाजपा है।
रिपोर्ट के मुताबिक 301 उम्मीदवारों में 77 (26 फीसदी) ने शपथपत्रों में घोषणा की है कि व्यक्तिगत आजादी उनके खिलाफ विभिन्न अदालतों में मामले लंबित हैं। कांग्रेस के उम्मीदवारों में से 35 फीसदी, एमजीपी के 23 फीसदी, भाजपा के 18 फीसदी, राकांपा और तृणमूल कांग्रेस के 15-15 फीसदी और आप के 10 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
गौरतलब है कि गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। 10 मार्च को नतीजे आएंगे। 40 सीटों वाले गोवा की विधानसभा का कार्यकाल 15 मार्च को समाप्त हो रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव काफी रोचक होने वाला है। यहां सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा, आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस बड़े दावेदार के रूप में मैदान में हैं।
वहीं ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी दांव आजमा रही है। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी चुनावी मैदान में है।