पंजाब, लुधियाना: पंजाब सरकार ने 12,507 सरकारी स्कूलों के 17,299 और कमरों को स्मार्ट क्लासरूम में तबदील करने का फैसला किया है। यह जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने दी। उन्होंने बताया कि 22 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डीआईईटी) के 24 कमरों को भी स्मार्ट प्रशिक्षण कमरे में तबदील किये जाएंगे।
मंत्री ने बताया कि इन प्रशिक्षण संस्थाओं और स्कूलों के कमरों की तबदीली के लिए लगभग 117 करोड़ रुपए ख़र्च किए जाएंगे। शिक्षा विभाग स्मार्ट कलासरूमों में मल्टीमीडिया प्रोजैक्टर, माईक्रो सी.पी.यू, साउंड बार, प्रोजैक्शन के लिए व्हाइट बोर्ड और स्मार्ट क्लासरूमों में लिखने के लिए ग्रीन बोर्ड लगाए जाएंगे।
उनका कहना था कि वर्तमान कांग्रेस सरकार सरकारी स्कूलों के शिक्षा के मानक को ऊंचा उठाने के लिए वचनबद्ध है और अपनी वचनबद्धता को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए स्कूलों को जरूरी पूंजी मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे की सुविधाओं में सुधार के अलावा राज्यभर में शिक्षा के मानक को और अधिक सुधारने के लिए अध्यापकों को भी तैयार किया जा रहा है।
ऑनलाइन अध्यापक तबादला नीति, स्मार्ट स्कूल नीति, प्री-प्राईमारी शिक्षा, डिजिटल शिक्षा और सरहदी क्षेत्रों में काम कर रहे अध्यापकों के अनुभवों को भी इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार के शासन में लगभग 5.6 लाख विद्यार्थी निजी स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में अपना दाखिला करवाया है।
इससे पता चलता है कि उनके माता-पिता का सरकारी स्कूलों में भरोसा दोबारा बढ़ा है। यह 29 फीसदी वृद्धि दर है। इतना ही नहीं हमने परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) में भी पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है।