यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बसपा को बड़ा झटका लगा है। बसपा के छह विधायक शनिवार को सपा में शामिल हो गए। इन्हें अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। ये विधायक लंबे समय से अखिलेश के संपर्क में थे।
वहीं एक भाजपा विधायक ने भी सपा की सदस्यता ले ली। चुनाव से पहले यह बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उधर सपा भाजपा की मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभर रही है और लगातार मजबूत होती नजर आ रही है। बसपा व भाजपा से आए विधायकों का अखिलेश यादव ने सपा कार्यालय में स्वागत किया और उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत लोग हैं, जो सपा में शामिल होना चाहते हैं। चुनाव आने तक भाजपा भागता परिवार ही रह जाएगी। इस चुनाव में भाजपा का सफाया होना तय है। उन्होंने भाजपा का घोषणा पत्र पढ़ा और कहा कि भाजपा ने किसानों से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया।
न तो उनकी आय दोगुनी हुई और न ही ऐसे प्रयास हुए जिससे उनका जीवन बेहतर हो। अखिलेश ने कहा कि जनता में सरकार के प्रति आक्रोश है। महंगाई जबरदस्त तरीके से बढ़ रही है।
भाजपा के लोग पन्ना प्रमुख बनाते हैं और अपने घोषणा पत्र का पन्ना पलटना भूल जाते हैं। अभी तक बच्चों को लैपटॉप और टैबलेट नहीं दे सके हैं। वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बारे में अखिलेश ने कहा कि उनका सम्मान रखा जाएगा। वह भी हमारे ही साथ रहेंगे।