नई दिल्ली/ गुवाहाटी: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच केंद्र महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मूकश्मीर, पंजाब, कर्नाटक, राजस्थान और तमिलनाडु को पत्र लिखकर इससे आगाह किया है। केंद्र ने इन राज्यों को कहा कि जिलों और समूहों में तत्काल रोकथाम के उपाय करें।
जिसमें भीड़ और लोगों का आपस में मिलने जुलने पर रोक, बड़े स्तर पर टेस्टिंग, तत्काल ट्रेसिंग और साथ ही प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लेना भी शामिल है। यह बताना प्रासंगिक है कि सबसे खराब हालत महाराष्ट्र की है। उधर असम में कोविड-19 के डेल्टा प्लस संस्करण की चपेट में आने से एक मौत की मौत हुई है ।
यह जानकारी खुद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत ने दी है। उन्होंने कहा कि डेल्टा वैरिएंट इस साल अप्रैल और मई महीने के दौरान परीक्षण किए गए नमूनों में से 77 प्रतिशत में पाया गया था। मंत्री ने कहा महामारी की दूसरी लहर के फैलने के बाद से अप्रैल, मई और जून के तीन महीनों के लिए कोविड-19 रोगियों के 300 यादृच्छिक नमूने पश्चिम बंगाल के कल्याणी स्थित राष्ट्रीय जैव चिकित्सा जीनोमिक्स संस्थान में परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
उन्होंने कहा हमें अप्रैल और मई के महीनों के परिणाम मिले हैं और यह पाया गया है कि इनमें से 77 प्रतिशत में डेल्टा तनाव है जबकि 23 प्रतिशत कापा तनाव हैं । मंत्री ने कहा कि राज्य में डेल्टा वैरिएंट से अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।