91 प्रतिशत पाई है सफलता
असम, गुवाहाटी : असम राज्य एड्स नियंत्रण संगठन (एएसएसीएस) ने बाधाओं पर काबू पाना, एड्स रिस्पॉन्स को बदलना थीम के साथ विश्व एड्स दिवस मनाया है। इस थीम का उद्देश्य एचआईवी /एड्स के खिलाफ लड़ाई में हो रही तरक्की को बचाने और एचआईवी सर्विस को मजबूत करने, कम्युनिटी के सपोर्ट को बढ़ावा देने, बदनामी को चुनौती देने और पॉलिटिकल और फाइनेंशियल कमिटमेंट पर जोर देती है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. इंद्राणोशी दास ने कहा कि हमने एचआईवी के खतरे वाले जिलों नगांव, तिनसुकिया, कछार और कामरूप महानगर जिले में अभियान चलाया और सफलता हासिल की। 2022-23 में 52.38 प्रतिशत से बढ़कर 2025-26 में 91 प्रतिशत हो गया है। असम के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. लक्ष्मणन एस ने कहा कि एचआईवी के खिलाफ लड़ाई आसान नहीं है और यह कभी न खत्म होने वाली लड़ाई है। राज्य के हर कोने में जागरूकता फैलानी चाहिए। सबसे बड़ी चिंता असम में इंजेक्शन से ड्रग्स लेने वालों की बढ़ती संख्या है। असम में एचआईवी के 60 परसेंट से ज़्यादा मामले इंजेक्शन से ड्रग्स लेने वालों के हैं। उन्होंने आगे एचआईवी और इंजेक्शन से ड्रग्स लेने के खिलाफ अलग-अलग जागरूकता कैंपेन चलाने में एएसएसीएस की कोशिशों की तारीफ की। मिशन डायरेक्टर ने एचआईवी से पीड़ित लोगों के साथ होने वाले भेदभाव और बदनामी पर भी बात की। उन्होंने कहा यह बहुत दुख की बात है कि इतने सारे सेंसिटाइज़ेशन ड्राइव चलाने के बावजूद एचआईवी से पीड़ित लोगों को समाज में भेदभाव का सामना करना पड़ता है। उन्होंने एएसएसीएस को एचआईवी के खिलाफ अलग-अलग अवेयरनेस और सेंसिटाइज़ेशन ड्राइव चलाने के लिए भी कहा।
91 प्रतिशत पाई है सफलता
विश्व एड्स दिवस पर एएसएसीएस का विशेष आयोजन
