नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज उत्तर प्रदेश में अपने जन्म स्थान कानपुर की यात्रा के लिए रेल से सफर करेंगे। इस दौरान वह अपने स्कूल के दिनों और समाजसेवा के शुरुआती दिनों के अपने पुराने परिचितों के साथ मुलाकात करेंगे।
15 साल बाद कोई राष्ट्रपति रेल से सफर करेगा। इससे पहले साल 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने रेल से सफर किया था। अपने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान राष्ट्रपति का स्वागत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। वह भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के कैडेट की पासिंग आउट परेड में शामिल होने के लिए विशेष रेल से दिल्ली से देहरादून गए थे।
गौरतलब है कि उनसे पहले भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने रेल से यात्रा करने का रिकॉर्ड बनाया था। इस संदर्भ में राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद की अपने जन्मस्थान की यह पहली यात्रा होगी। हालांकि वह पहले भी यात्रा करना चाहते थे, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते ऐसा नहीं हो सका।
कोविंद 25 जून को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर विशेष रेल से कानपुर के लिए रवाना होंगे। बयान में कहा गया है कि रेल कानपुर देहात के झिंझक और रुरा दो जगह रुकेगी, जहां राष्ट्रपति स्कूल के दिनों और समाजसेवा के शुरुआती दिनों के अपने पुराने परिचितों से मुलाकात करेंगे। बयान के मुताबिक ये दोनों जगह कानपुर देहात में राष्ट्रपति के जन्मस्थान परौंख गांव के निकट हैं।
यहां 27 जून को उनके सम्मान में दो समारोहों का आयोजन किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि उसके बाद कोविंद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की दो दिवसीय यात्रा के लिए 28 जून को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से रेल से रवाना होंगे। 29 जून को वह विशेष उड़ान से नई दिल्ली लौटेंगे।