असम, गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने जानकारी दी कि राज्य के कोविड-19 स्थिति में लगातार सुधार को देखते हुए सरकार सभी शैक्षणिक संस्थान 15 फरवरी से फिर से खोलने पर विचार कर रही है। आज मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में राज्य में कोविड-19 की स्थिति में और सुधार होना चाहिए। अब तक प्रतिदिन 2 हजार से भी अधिक मामले सामने आ रहे हैं। अगले दो से तीन दिनों के भीतर संख्या निश्चित रूप से संख्याओं में कमी आएगी। हम स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं। पॉजिटिव मामले कम हो रहे हैं।
उम्मीद है कि स्थिति में और सुधार होगा। उन्हें लगता है कि 15 फरवरी से बंद पड़े शिक्षण संस्थानों को फिर से खोला जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक 18 वर्ष से कम उम्र के लगभग 9 लाख बच्चों को टीका लगाया गया है। उन्होंने कहा कि एक बार स्कूल खुलने के बाद विद्यार्थियों के लिए टीकाकरण अभियान आसानी से चलेगा। हमारा लक्ष्य फरवरी के अंत तक इस आयु वर्ग के प्रत्येक पात्र युवाओं का टीकाकरण पूरा करना है।
गौरतलब है कि वर्तमान में राज्य भर में कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं बंद हैं और 9-12 के विद्यार्थियों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं वैकल्पिक दिनों में संचालित की जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने कहा कि रात्रिकालीन कर्फ्यू प्रतिबंधों में और ढील देने के लिए कुछ और दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है। इससे पहले कहा गया था कि 1 फरवरी से रात के कर्फ्यू के समय में ढील दी जाएगी।
अब इसमें कुछ और दिन लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 प्रतिबंधों में और ढील को लागू करने के लिए कोविड-19 मामलों के कम होने का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लगभग 2 हजार नए मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। जैसे ही मामलों की संख्या घटकर 1 हजार हो जाएगी, रात के कर्फ्यू में एक घंटे की ढील दी जाएगी।
राज्य में ताजा कोविड-19 मामलों में गिरावट का रुझान दिखाने में 2-3 दिन और लग सकते हैं। इसके बाद रात 11 बजे से रात्रि कर्फ्यू लगा दिया जाएगा। मालूम हो कि वर्तमान में राज्य में कोविड-19 के कारण रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रात का कर्फ्यू है।