नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलाई गई सर्वदलीय बैठक समाप्त हो गई है। करीब साढ़े तीन घंटे तक चली इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। बताया जाता है कि बातचीत बड़े अच्छे माहौल में हुई।
मोदी ने सभी नेताओं के मुद्दे सुने। इसके अलावा चुनाव जल्द कराने पर भी चर्चा की गई। हर किसी ने अपने दिल की बात कही। हालांकि बताया जाता है कि बैठक में अनुच्छेद 370 के सवाल पर कोई चर्चा नहीं हुई। मामला अदालत में होने के कारण यह प्रसंग बैठक में नहीं उठा। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के आठ दलों के 14 नेताओं ने हिस्सा लिया।
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पी के मिश्रा, गृह सचिव अजय भल्ला और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद थे। बताया जाता है कि इस बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ‘दिल्ली की दूरी’ और ‘दिल की दूरी’ को मिटाना चाहते हैं।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। परिसीमन की प्रक्रिया के बाद सूबे में विधानसभा चुनाव कराना उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि हमारे बीच भले ही राजनीतिक मतभेद हो लेकिन हमारे लिए राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर में सभी की सुरक्षा और बेहतरी के माहौल को सुनिश्चित करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के करीब दो साल बाद आज यह बैठक पहली बार हुई।