असम, सिलचर: असम में नई सरकार आने के बाद नशीले पदार्थों के खिलाफ जोरदार अभियान जारी है। राज्य में कई ऐसे शीर्ष पुलिस अधिकारी है जो केवल चर्चाओं में रहने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। उनमें से कई ऐसे अधिकारी भी है, जो चुपचाप काम करने में विश्वास रखते हैं। उनके लिए अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से निर्वाह करना ही महत्वपूर्ण होता है।
कछार के पुलिस अधीक्षक आईपीएस वैभव सी निंबालकर भी उन अधिकारियों में शामिल है, जो काम करने में विश्वास रखते हैं। कछार आने से पूर्व वे तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक रहे थे। वे वहां कुछ दिनों तक ही रहे। अपने थोड़े से समय में ही उन्होंने अपने काम के जरिए लोकप्रियता हासिल की थी।

जब उनका तबादला कछार एसपी के रूप में हुआ तो यहां भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह नहीं मोड़ा। पदभार संभालने के बाद से ही वे लगातार एक के बाद एक सफलता अर्जित करने में कामयाब हुए हैं। इस दौरान उन्होंने बर्मी सुपारी, सिगरेट, विदेशी शराब, नशायुक्त टेबलेट, ब्राउन शुगर, हेरोइन के साथ करोड़ों के ड्रग्स जप्त किए हैं।
इसके साथ नगदी और कई अपराधियों को भी गिरफ्तार करने में कामयाब हुए हैं। उनका यह कारनामा न केवल पुलिस के मनोबल को बढ़ाया है, बल्कि गृह विभाग का भी गौरव बढ़ाया है। यहां उल्लेख करना प्रासंगिक होगा कि केवल 1 दिन के भीतर जिले के अलावा ढलाई सोनाई मणिपुर सीमांचल के जिरीघाट लालपानी आदि अंचलों में अभियान चलाकर अपराध और अपराधियों में डर पैदा किया है।
एक ओर जहां वे कठोर पुलिस अधिकारी हैं वहीं दूसरी ओर उनके अंदर समाज के प्रति कुछ करने की भी तमन्ना है। उनके नेतृत्व में सिलचर शहर में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया।
