अरुणाचल प्रदेश, ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश में एक महिला ने एक व्यक्ति के नकली मतदाता पहचान पत्र पर निष्क्रियता के लिए चांगलांग जिले में निर्वाचन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया। महिला ने पिछले साल जून में चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि चांगलांग जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला पंजीकरण अधिकारी ने उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, जिसपर नकली प्रमाणपत्र प्राप्त करने का आरोप था। आरोपी ने इस साल मार्च में विधानसभा चुनाव के लिए बोरदुमसा-दियुन निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन भरा था, लेकिन उसका नामांकन खारिज कर दिया गया। महिला की शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने इसे एक गंभीर मामला बताया। आयोग ने कहा चांगलांग जिले के बोरदुमसा-दियुन के जिला पंजीकरण अधिकारी ने 23 अगस्त 2023 को सुनवाई के बावजूद शिकायत पर कोई निर्णय नहीं लिया। चांगलांग जिले के निर्वाचन अधिकारी ने भी 15 फरवरी 2024 के सुनवाई अपील मामले में कोई निर्णय नहीं लिया। आयोग ने आगे कहा इससे एक ऐसे व्यक्ति को नामांकन जमा करने की अनुमति मिल गई, जिसके खिलाफ उसकी मतदाता पहचान पत्र के संबंध में धोखाधड़ी की शिकायतें लंबित हैं। उन्होंने जिले के निर्वाचन अधिकारी और जिला पंजीकरण अधिकारी को विस्तृत जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने 15 दिनों के भीतर चुनाव आयोग को यह बताते के लिए कहा कि अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों नहीं की गई? वहीं दूसरी ओर असम के राष्ट्रीय स्तर के मानवाधिकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. दिव्यज्योति सैकिया ने कहा कि इस विषय पर अरूणाचल राज्य मानव अधिकार आयोग का संज्ञान लेना उचित कदम है। इससे न केवल न्याय के प्रति लोगों का आस्था बढ़ेगा बल्कि उनमें विश्वास भी पैदा होगा।
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