असम, गुवाहाटी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में जारी बाढ़ के प्रकोप पर दुख व्यक्त किया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। केंद्र सरकार असम में स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है और इस चुनौती से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं। वे निकासी अभियान चला रहे हैं और प्रभावित लोगों की सहायता कर रहे हैं। निकासी प्रक्रिया के तहत वायुसेना ने 250 से अधिक उड़ानें भरी हैं।
इससे पहले राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बताया कि असम के बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक करीब 17,500 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि इनमें से 900 को गुरुवार को निकाला गया। राज्य के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की कुल 26 टीमें काम कर रही हैं।
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इसमें 54.5 लाख से अधिक लोग अब भी प्रभावित हैं तथा 12 और लोगों की मौत की खबर है। उन्होंने कहा कि मई के मध्य से बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या अब 101 हो गई है।
अधिकांश प्रभावित जिलों में ब्रह्मपुत्र और बराक नदियां अपनी सहायक नदियों के साथ उफान पर हैं और राज्य के कुल 36 जिलों में से 32 जिलों में भूमि का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है। हालांकि कुछ जगहों पर बाढ़ का पानी कम हुआ है।