असम, गुवाहाटी : कांग्रेस सांसद और विपक्ष के उप नेता गौरव गोगोई ने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा की पत्नी की स्वामित्व वाली कंपनी द्वारा केंद्र सरकार से प्राप्त 10 करोड़ रुपये की सब्सिडी पर आज केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जमीन का अधिग्रहण और मुख्यमंत्री की पत्नी के स्वामित्व वाली कंपनी को सरकारी अनुदान देना बहुत ही गंभीर मामला है। उन्होंने कृषि भूमि खरीदे जाने और बाद में कम समय में ही उसे औद्योगिक भूमि में तब्दील कर देने के आरोपों की जांच की मांग की है।मुख्यमंत्री की पत्नी की कंपनी को कथित तौर पर एक योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 10 करोड़ रुपये की क्रेडिट सब्सिडी दिए जाने का मामला सामने आने के बाद से ही राज्य में बवाल मचा हुआ है। मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। मालूम हो कि असमिया भाषा के एक पोर्टल ने हाल में एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि नगांव जिले के कलियाबोर के दारिगाजी गांव में 50 बीघे से अधिक की कृषि भूमि को मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्यों द्वारा खरीदे जाने के एक महीने के भीतर उसे औद्योगिक भूमि में तब्दील कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर गौरव गोगोई के लगातार मुखर होने होने से विपक्ष को इस मुद्दे पर काफी बल मिल रहा है। उनके केंद्रीय मंत्री को लिखे गए पत्र का असम के राष्ट्रीय स्तर के मानवाधिकार और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. दिव्यज्योति सैकिया ने स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के परिवार ने स्वयं उन लाभों का आनंद लिया है, जो वास्तविक उद्यमियों को मिलना चाहिए। असम के मुख्यमंत्री ने ऐसी हरकतें कर हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी बदनाम किया है। ऐसे में डॉ. दिव्यज्योति सैकिया ने प्रधानमंत्री से इस मामले को गंभीरता से लेने और तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया।
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