असम, गुवाहाटी : देश की सांस्कृतिक समृद्धि और इसकी अनूठी परंपराओं का जश्न मनाने के लिए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के नेतृत्व में राजभवन ने छत्तीसगढ़, पंजाब, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और चंडीगढ़ का स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया। गुवाहाटी के पंजाबाड़ी स्थित श्रीमंत शंकरदेव अंतर्राष्ट्रीय सभागार में यह कार्यक्रम मनाया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह दिन देश के इतिहास में बहुत महत्व है। इसी दिन सालों पहले देश के विभिन्न राज्यों के पुनर्गठन का फैसला लिया गया था। परिणामस्वरूप 1 नवंबर 1956 से 2000 तक आठ अलग-अलग राज्यों का जन्म हुआ। राज्यपाल ने कहा कि देश के सभी राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और गौरवशाली इतिहास है, जिस पर हर देशवासी को गर्व है। देश के हर राज्य की अपनी अलग पहचान है और सभी राज्यों ने देश के आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राज्यपाल ने कहा कि असम एक ऐसा राज्य है, जहां विभिन्न राज्यों के लोग एक साथ रह रहे हैं। वे राज्य में सामाजिक एकीकरण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उनका सामूहिक योगदान असम के भविष्य को एक नया आकार दे रहा है। भारत की संस्कृति अत्यंत प्राचीन एवं समृद्ध है। विभिन्न राज्यों के लोगों के बीच निरंतर संवाद पर जोर देते हुए राज्यपाल ने कहा कि हर साल असम से हजारों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन, स्वर्ण मंदिर के दर्शन के लिए अमृतसर, लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़, चामुंडा देवी के दर्शन के लिए कांगड़ा जाते हैं। यह खुशी की बात है कि देश भर के लोग अमृत काल में देश के योगदान को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
असम में है 14 अंतर्राष्ट्रीय सीमा चौकियाँ
असम, गुवाहाटी : असम के सीमा सुरक्षा एवं विकास विभाग के मंत्री अतुल बोरा ने असम विधानसभा में बताया कि...
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