असम, गुवाहाटी : असम के विशेष पुलिस महानिदेशक हरमीत सिंह ने बताया कि राज्य में त्रिपुरा से ट्रेन के माध्यम से पहुंचे 450 रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस भेजा गया है। अवैध घुसपैठियों को सीमा सुरक्षा बलों की सहायता से वापस भेजा गया। उन्होंने बताया कि अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी में सक्रिय दलालों की पहचान करने के लिए जुलाई में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने एक अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के दौरान ऐसे 10 दलालों को त्रिपुरा से दबोचने में कामयाबी मिली। उनसे पूछताछ के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है, जिसके दुष्प्रभाव कई राज्यों पर पड़े हैं। उन्होंने बताया कि पहले दिन से ही मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा को इस मामले की जानकारी थी। सरकार ने इस मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के पास भेजने का निर्णय लिया और फिरर केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस संबंध में निवेदन किया गया।पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने आगे बताया कि एनआईए ने मामले को अपने हाथ में लेते हुए असम पुलिस के साथ मिलकर देशभर में गहन अभियान चलाया। इस अभियान में पहले ऐसे दलालों की सूची तैयार की गई, जो घुसपैठियों की मदद करते हैं। फिर इस पर कार्रवाई करते हुए 47 ऐसे दलालों को गिरफ्तार किया गया, जो एक गिरोह बना कर काम कर रहे थे। इनमें से 25 तो अकेले त्रिपुरा से गिरफ्तार किए गए हैं।
पुलिस ने किया साइबर अपराध का खुलासा
अरुणाचल प्रदेश, नाहरलागुन : अरुणाचल प्रदेश की नाहरलागुन पुलिस ने एक साइबर अपराध का खुलासा किया है, जिसमें एक स्थानीय...
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