असम, गुवाहाटी : असम के डेयरी विकास विभाग ने आज गुवाहाटी के खानापाड़ा स्थित पशु चिकित्सा खेल मैदान में देश के श्वेत क्रांति के जनक एवं मिल्कमैन वर्गीस कुरियन की जयंती को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला, असम के पशुपालन और पशु चिकित्सा विभाग के मंत्री अतुल बोरा के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में मौजूद रहे। देश भर से आए 5000 से अधिक मौजूद लोगों के बीच कार्यक्रम की शुरुआत गौ माता की पूजा विधि से हुई। देश के 10 प्रगतिशील डेयरी किसानों को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में एक संवादात्मक किसान सत्र भी आयोजित किया गया। राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर एक विशाल प्रदर्शनी सह मेला आयोजित किया जा रहा है। इस मौके पर अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री रूपाला ने कहा कि नरेंद्र मोदी के देश के प्रधान मंत्री बनने के बाद पशुपालन और डेयरी विकास विभाग को स्वतंत्र घोषित किया गया। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस विभाग का बजट 14,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 33,000 करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने आगे कहा कि प्रति व्यक्ति दूध उत्पादन की बात करें तो भारत दुनिया में पहले स्थान पर है। पूर्वोत्तर में पशुपालन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति देखी गई है। वहीं बोरा ने कहा कि हमारे राज्य में जनसंख्या के अनुपात में पशु चिकित्सकों की संख्या कम है। हम प्रतिदिन लगभग 29 लाख 9लीटर दूध का उत्पादन करते हैं और अतिरिक्त 10 लाख लीटर दूध का उत्पादन करने का प्रयास कर रहे हैं। जब मुर्गी पालन की बात आती है, तो राज्य सालाना लगभग 74 करोड़ अंडे का उत्पादन करता है। इसी तरह शिवसागर जिले के नाज़िरा में एक सूअर प्रसंस्करण इकाई स्थापित की जाएगी। इससे पहले आज संविधान दिवस के मौके पर केंद्रीय मंत्री रूपाला ने भारत के संविधान की शपथ पढ़ी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकप्रिय मन की बात कार्यक्रम भी प्रसारित किया गया। इसके अलावा इस कार्यक्रम में एक कॉफी टेबल बुक द मिल्की वे ओवर द इयर्स का विमोचन किया गया। केंद्रीय मंत्री ने एक मदद राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया।
भाजपा ने दिल्ली के लिए जारी किया संकल्प पत्र
नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के संकल्प पत्र को लॉन्च करते हुए सांसद अनुराग ठाकुर ने...
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