असम, गुवाहाटी : असम में तीन चरणों में हुए लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना चार जून को होगी। मतगणना के लिए महज कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। राज्य में करीब 50 स्ट्रांग रूम में ईवीएम रखी गयी हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) अनुराग गोयल ने कहा कि मतदान के तीन चरणों में उपयोग की जाने वाली लगभग 30,310 ईवीएम (बैलट यूनिट) और 28,650 नियंत्रण इकाइयां और इतनी ही संख्या में वीवीपैट रखे गये हैं। इन स्ट्रांग रूम में निरंतर निगरानी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। गोयल के मुताबिक स्ट्रांग रूम के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, जिसका फुटेज सीधे जिला चुनाव अधिकारी की निगरानी में है। स्ट्रांग रूम के पूरे परिसर, प्रवेश और निकास द्वार पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये हैं। उनका कहना था कि हम सुरक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं। गोयल ने कहा कि इन स्थानों पर दो स्तरीय सुरक्षा प्रदान की गयी है। स्ट्रांग रूम के प्रवेश द्वार और परिसर की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीआरपीएफ) को तैनात किया गया है। असम पुलिस के सशस्त्र बलों को बाहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के नामित एजेंट भी निगरानी कर रहे हैं। प्रतिदिन तीन एजेंटों को स्ट्रांग रूम परिसर में रहने की अनुमति है। वे बारी-बारी से वहां रह सकते हैं। गोयल ने कहा कि केवल जिला चुनाव अधिकारी, सहायक चुनाव अधिकारी, सुरक्षाकर्मी और राजनीतिक दलों के घोषित एजेंट ही स्ट्रांग रूम परिसर में प्रवेश कर सकते हैं। मालूम हो कि राज्य की 14 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों की किस्मत फिलहाल स्ट्रांग रूम में ईवीएम में कैद है। लोकसभा चुनाव तीन चरणों में क्रमशः 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को हुए थे।
पुलिस ने किया साइबर अपराध का खुलासा
अरुणाचल प्रदेश, नाहरलागुन : अरुणाचल प्रदेश की नाहरलागुन पुलिस ने एक साइबर अपराध का खुलासा किया है, जिसमें एक स्थानीय...
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