असम, गुवाहाटी : असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने आज एक बंदी की हिरासत में मौत के मामले में खेलमाटी चौकी के प्रभारी निरीक्षक दीपांकर चांगमाई और ऑन-ड्यूटी संतरी कांस्टेबल भैरव देउरी और होम गार्ड अनिल बोरा के निलंबन आदेश वापस लेने का आदेश दिया। डीजीपी सिंह ने कहा कि मृतक अरशद अली की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार उनकी मृत्यु पहले से मौजूद कोरोनरी बीमारी के कारण हुई। डीजीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इसकी जानकारी दी। हालांकि विस्तृत पूछताछ और अनिवार्य अनुवर्ती कार्रवाई जारी रहेगी। उत्तर लखीमपुर के चानमारी से अली (42) को खेलमती पुलिस ने मोबाइल फोन चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार अरशद पुलिस चौकी के अंदर बीमार पड़ गया और उसे लखीमपुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौत की खबर फैलते ही हजारों लोगों ने खेलमाटी पुलिस चौकी के सामने प्रदर्शन किया और पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत के लिए स्पष्टीकरण और न्याय की मांग की। भीड़ बढ़ने पर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए। प्रदर्शन कर रही भीड़ ने एनएच-15 को दो घंटे तक जाम रखा। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसके जवाब में भारी पथराव हुआ।
वाणिज्यिक एलपीजी गैस सिलेंडर हुआ महंगा
नई दिल्ली : तेल विपणन कंपनियों ने पिछले सितंबर की तरह इस बार भी 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी गैस...
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