असम, गुवाहाटी : बंगाल की खाड़ी में आई चक्रवाती तूफान रिमाल के प्रभावों से निपटने के लिए असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) पूरी तरह तैयार है। एएसडीएमए ने एक बयान जारी कर कहा कि चक्रवाती तूफान के कारण बारिश और हवा की गति में आसन्न वृद्धि के मद्देनजर अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए व्यापक उपाय किए हैं। मौसम विभाग ने 27 और 28 मई को असम के साथ-साथ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी है। धुबड़ी,दक्षिण सलमारा, बंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बरपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नगांव, होजाई और पश्चिम कार्बी आंगलांग के लिए ऑरेंज अलर्ट और चिरांग, ग्वालपाड़ा, बाकसा, डीमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिले में अत्यधिक भारी वर्षा के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। 27 मई यानी कल दक्षिणी असम और मेघालय में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जो बढ़कर 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती हैं। एएसडीएमए ने अन्य विभागों, एजेंसियों और जिला प्रशासन के साथ मिलकर भारी बारिश और रिमाल के कारण होने वाली हवाओं से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। एएसडीएमए और राजस्व और डीएम विभाग के नोडल अधिकारियों ने चक्रवाती तूफान रिमाल से उत्पन्न होने वाली स्थिति के लिए डीडीएमए की तैयारियों की स्थिति की समीक्षा करने के लिए 25 मई को सभी डीडीएमए के साथ कई बैठकें कीं। एनडीआरएफ की टीमें पहले से ही कछार, बंगाईगांव और डिब्रूगढ़ में तैनात हैं। अग्निशमन और आपदा प्रबंधन मुख्यालय ने सभी एसडीआरएफ टीमों और फायर स्टेशनों को तैयार रखा है। एएसडीएमए ने सभी डीडीएमए को स्थिति की समीक्षा करने का निर्देश दिया है और आवश्यकतानुसार 27 और 28 मई को ब्रह्मपुत्र नद की मुख्य धारा में नावों के परिचालन को विनियमित किया जा सकता है, विशेष रूप से धुबड़ी, ग्वालपाड़ा, बगाईगांव और बरपेटा जिलों में और बराक घाटी जिलों में बराक और कुसियारा नदियों में परिचालन को विनियमित किया गया है। गुवाहाटी नगर निगम (जीएमसी) ने अन्य प्रमुख नालों के साथ-साथ भरूलू, बहिनी, वशिष्ठ, मोरा भरूलू और लखीमजान जैसे प्रमुख नदी चैनलों से गाद निकालने का काम सुनिश्चित किया है। कामरूप महानगर, कामरूप ग्रामीण, डिमा हसाओ, कछार, करीमगंज, हैलाकांदी, कार्बी आंगलांग और पश्चिम कार्बी आंगलांग जिलों में भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों से संवेदनशील आबादी को पहले ही निकालने पर विचार किया जा सकता है।
सोनोवाल तीन दिवसीय सिंगापुर यात्रा पर
नई दिल्ली : केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल सिंगापुर समुद्री सप्ताह में भाग लेने के लिए सिंगापुर...
Read more