असम, गुवाहाटी : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं असम के केंद्रीय प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने गुवाहाटी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जो नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं, उन्हें कांग्रेस में वापस लाने पर निर्णय लेने का अधिकार प्रदेश इकाई के पास रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को इस संबंध में पूरा अधिकार दिया गया है। प्रदेश नेतृत्व स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सकती है और वह निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व का भी होगा। हालांकि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के लिए दरवाजे बंद रहेंगे। उनको किसी भी हाल में पार्टी वापस नहीं लगी। बांग्लादेश के हालात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि असम एवं पूर्वोत्तर सीमावर्ती देश के राजनीतिक माहौल का भारत पर असर पड़ने की संभावना है।बांग्लादेश ही नहीं, चीन, पाकिस्तान, भूटान, अफगानिस्तान, श्रीलंका सभी के साथ हमारी विदेश नीति विफल रही है। यहां तक हमारे कई पुराने मित्रों जैसे नेपाल, श्रीलंका आदि के साथ भी टकराव शुरू कर दिया है। भौगोलिक दृष्टि से भारत अपने चारों ओर से घिरे देशों में अलग-थलग है। यह निश्चित तौर पर भाजपा सरकार की विफलता है।अपने असम दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि वह उपचुनाव की तैयारी के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों और सांसदों के साथ चर्चा करेंगे।
वाणिज्यिक एलपीजी गैस सिलेंडर हुआ महंगा
नई दिल्ली : तेल विपणन कंपनियों ने पिछले सितंबर की तरह इस बार भी 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी गैस...
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