असम, गुवाहाटी : मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने सदन में कहा कि उनकी सरकार सत्ता में आने के बाद असम में विभिन्न कारणों से 38 आरोपियों की पुलिस हिरासत में मौत हो गई, जबकि 181 आरोपी पुलिस की गोली से घायल हुए हैं। इस अवधि के दौरान पुलिस हिरासत से पहले 34 आरोपी मारे गए और 40 अन्य को हिरासत में लिए जाने से पहले गोली मार दी गई और घायल कर दिया गया। इन दोनों प्रकार की प्रत्येक घटना को संबंधित पुलिस थानों में मामला दर्ज किया गया है और आरोपी की मौत की प्रत्येक घटना की सीआरपीसी की धारा 174 (ए) और एनएचआरसी (राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग) दिशानिर्देशों के अनुसार मजिस्ट्रेट स्तर पर जांच की गई है। असम विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई के प्रश्नकाल में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने इसके अलावा पुलिस कार्रवाई में घायल हुए आरोपियों/संदिग्ध आरोपियों की कुछ घटनाओं की अतिरिक्त मजिस्ट्रेट स्तर की जांच भी की गई है। अब तक उपरोक्त घटनाओं में से 175 की जांच मजिस्ट्रेट स्तर पर की जा चुकी है।चूंकि मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, इसलिए मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट की प्रतियां सदन में जमा नहीं की जा सकीं।
आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दोहराई प्रतिबद्धता
आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दोहराई प्रतिबद्धता नई दिल्ली : भारत और कनाडा ने द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी को मजबूत...
Read more






