असम, गुवाहाटी : असम के निलाचल पहाड़ पर स्थित शक्तिपीठ मां कामाख्या धाम पर 22 जून से लगने वाली आंबुवासी को लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है। जिला प्रशासन के साथ-साथ कामाख्या देवालय प्रबंधन की ओर से जोरो शोर पर आंबुवासी की तैयारी की जा रही है। देवालय प्रबंधन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए भोजन से लेकर पेयजल और मेडिकल की व्यवस्था की जाएगी। कामाख्या देवालय के दलै कवींद प्रसाद शर्मा ने कहा कि 22 जून की रात 2 बजकर 30 मिनट 42 सेकेंड पर प्रवृत्ति लगेगी। इसके साथ ही आंबुवासी शुरु हो जाएगी। इसके तहत अगले तीन दिन यानी 23, 24 और 25 जून तक कामाख्या मंदिर का द्वार बंद रहेगा। किसी भी तरह की पूजा-अर्चना नहीं की जाएगी। 26 जून की सुबह सुर्योदय के साथ ही नित्य देवी का स्नान और पूजा-अर्चना के बाद मंदिर का द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंबुवासी के दौरान श्रद्धालुओं की जुटने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में देवालय की ओर से अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को नियुक्ति किया जाएगा। वहीं आंबुवासी को लेकर अभी से ही कामाख्या धाम पर साधु-संतों का आगमन शुरु हो गया है। इस बार पिछले साल के मुकाबले अधिक संख्या में साधुओं के आगमन की उम्मीद है।
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