असम, गुवाहाटी: असम के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिला उद्योग और वाणिज्य केंद्रों (डीआईसीसी) के महाप्रबंधको के साथ औद्योगिक गतिविधियों की स्थिति की समीक्षा की।
इस मौके पर विभाग के प्रधान सचिव डॉ केके द्विवेदी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। राज्य की वर्तमान उत्पादन गतिविधियों पर चर्चा करते हुए मंत्री पटवारी ने कहा कि उद्योग क्षेत्र राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में 39 प्रतिशत योगदान देता है। वर्तमान कोविड-19 स्थिति में यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि वे दिशानिर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कर कार्य करें।
मंत्री ने राज्य में ऑक्सीजन की आवश्यकता को देखते हुए महाप्रबंधकों को ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयों और अपने-अपने जिलों में दवा संयंत्रों को कच्चे माल की सुचारू आवाजाही की सुविधा प्रदान करने तेरे लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में अतिरिक्त औद्योगिक संपदाओं के भूमि आवंटन के लिए महाप्रबंधकों को उपायुक्तों के साथ समन्वय कायम करना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बोगीबील ब्रिज के माध्यम से बेहतर कनेक्टिविटी के साथ धेमाजी में औद्योगिक विकास की उच्चतम क्षमता है और वहां औद्योगिक एस्टेट की स्थापना की जाए। मंत्री ने उद्योगों, चाय कारखानों का दौरा करने और किसी भी मुद्दे का समाधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वर्तमान परिस्थिति में कोई भी उद्योग बंद नहीं होना चाहिए और न ही कोई भी उद्योग अपने किसी भी कर्मचारी की छंटनी करें।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने असम में 13,000 मिनी फूड पार्क का लक्ष्य रखा है और हमें इसके लाभ की लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने फ्लिपकार्ट के साथ उद्योग विभाग के एमओयू के मद्देनजर बुनकरों, कारीगरों और शिल्पकारों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लाने और उन्हें राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचने की अनुमति देने का आह्वान किया।