नई दिल्ली: असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद बातचीत बेनतीजा रहा। मिजोरम ने 2020 की स्थिति बरकरार रखने के लिए असम के प्रस्ताव पर परामर्श करने के वास्ते और वक्त मांगा है।
असम की बराक घाटी में पड़ने वाले जिलों कछार, करीमगंज और हैलाकांडी की 164 किमी सीमा मिजोरम के तीन जिलों आइजोल,कोलासीब और मामित से मिलती है। क्षेत्रीय विवाद के बाद अगस्त 2020 में और इस साल फरवरी में अंतरराज्यीय सीमा पर झड़पें हुई थी।
अधिकारियों ने बताया कि यहां गुजरात भवन में मुख्य सचिव स्तर की वार्ता दिन भर चली, जिसमें असम सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने झड़प पूर्व स्थिति को बनाए रखने और विवादित क्षेत्रों से सुरक्षा बलों को हटाए जाने का प्रस्ताव किया। उन्होंने बताया कि हालांकि मिजोरम सरकार की टीम ने आगे और परामर्श करने के लिए वक्त मांगा तथा समझौते पर हस्ताक्ष करने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि असम और मिजोरम के बीच अपनी सीमाओं को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा ने कहा था कि बहन राज्यों के बीच सीमा विवादों को सुलझाना उनकी सरकार का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
उनका यह भी कहना था कि असम और मिजोरम के मुख्य सचिव 9 जुलाई को दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद पर चर्चा के लिए दिल्ली में एक बैठक करेंगे। उनका कहना था कि राज्य पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए प्रयास कर रहा है।