असम, तिनसुकिया : साल 2014 में पूरे देश को हिला कर रख देने वाले असम चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (एएमसीएच) की कनिष्ठ चिकित्सक डॉ. सरिता तोषनीवाल की सनसनीखेज हत्या मामले में आज डिब्रूगढ़ सत्र न्यायालय ने फैसला सुनाया। पुलिस ने नौ साल पहले इस हत्या के सिलसिले में दो लोगों क्रमशः दीपमोनी सैकिया नामक एक चिकित्सक और किरो मेस नाम एक वार्ड बॉय को गिरफ्तार किया था। मामले पर आज फैसला सुनाते हुए डिब्रूगढ़ सत्र न्यायालय ने चिकित्सक दीपमोनी को दोषमुक्त व वार्ड बॉय किरो मेस को दोषी करार दिया। गौरतलब है कि सरिता को मारने के आरोप में डॉक्टर दीपमोनी वार्ड बॉय किरो मेस को 2014 के 9 मई डिब्रूगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में दोनों जमानत पर रिहा हो गए थे।
असम विधानसभा का बजट 17 फरवरी से
असम, गुवाहाटी : असम विधानसभा का इस वर्ष का बजट सत्र 17 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। राज्यपाल...
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