गुवाहाटी: भाजपा के पानेरी सीट से विधायक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद विश्वजीत दैमारी आज सर्वसम्मति से 15वीं असम विधानसभा के अध्यक्ष चुने गये। दैमारी ने कल मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास की मौजूदगी में विधानसभा सचिवालय में नामांकन दाखिल किया था।
कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठबंधन ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था। कोई और दावेदार नहीं होने से अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष फणिभूषण चौधरी ने दैमारी को अध्यक्ष घोषित किया और उन्हें प्रभार सौंप दिया। नव निर्वाचित अध्यक्ष ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि वे राज्य की जनता को सदन की ओर से सकारात्मक संदेश दे पाएंगे। सभी विधायक यहां पर अपनी-अपनी बातें रख पाएंगे।
वे नियमों के मुताबिक सभी को बराबर का मौका देंगे। राज्य को आगे ले जाने में सत्तापक्ष के साथ विपक्ष भी मिलकर काम करे तो इसके परिणाम सकारात्मक होते हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि कोरोना की परिस्थितियों से जिस तरह मुकाबला किया गया, आगे इसी तरह बाढ़ को लेकर भी काम किया जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके अनुभवों का लाभ सदन को मिलेगा।
लोकतंत्र में विपक्ष की भी अहम भूमिका होती है। उन्हें उम्मीद है कि वे सबको अपने साथ लेकर चलेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हितेंद्र नाथ गोस्वामी, अखिल गोगोई, देवब्रत सैकिया, अतुल बोरा, हाफिज बसीर अहमद कासिमी, यूजी ब्रह्म, रंजीत कुमार दास व नंदिता गार्लोसा ने भी दैमारी को बधाई दी।
गौरतलब है कि बोड़ोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद दैमारी फरवरी माह में राज्यसभा के लिए पुन: चुने गये थे। उन्होंने पानेरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और 35,852 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। सत्तारूढ़ भाजपा ने उपाध्यक्ष पद के लिए अपने विधायक नुमाल मोमिन को नामित किया है। सचिवालय जब इस पद के लिए आवेदन आमंत्रित करेगा तो वह अपना नामांकन दाखिल करेंगे।