नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी के नए संसदीय बोर्ड के गठन के साथ ही नई केंद्रीय चुनाव समिति की भी घोषणा की गई है। गौरतलब है कि ये दोनों ही पार्टी के दो सबसे अहम संगठन हैं। अगस्त 2014 के बाद पहली बार इनमें बदलाव किया गया है। लंबे समय से इसकी चर्चा थी। दरअसल, दोनों संगठनों में कई सदस्यों की जगह खाली पड़ी थी। नए बोर्ड में नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को जगह नहीं मिली। वहीं 76 साल के सत्यनारायण जटिया और 79 साल के बीएस येदियुरप्पा के साथ सर्वानंद सोनोवाल को संसदीय बोर्ड में जगह मिली है। 2014 में लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद अमित शाह पार्टी के अध्यक्ष बनाए गए। इसके बाद नए अध्यक्ष ने अगस्त 2014 में नए संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति का गठन किया था। उस समय अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया गया था। तब ये कहा गया था कि तीनों को 75 साल से अधिक उम्र का होने के चलते बाहर किया गया है। यहां उल्लेख करना प्रासंगिक होगा कि भाजपा संसदीय बोर्ड में 11 सदस्य होते हैं। चुनाव समिति में कुल 19 सदस्य होते हैं। इनमें संसदीय बोर्ड के सभी 11 सदस्य शामिल होते हैं। इसके साथ ही पार्टी के संगठन महासचिव को भी आरएसएस के प्रतिनिधि के तौर पर इन दोनों में जगह मिलती है।
बाजाशेयरर रहा बंद
नई दिल्ली : इस्लाम धर्म लंबियों का पवित्र त्योहार ईद उल फितर के मौके पर आज नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)...
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