असम, गुवाहाटी: बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन से अपना नाता तोड़ने का फैसला किया है। पार्टी के महासचिव प्रवीण बोडो ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसकी आधिकारिक घोषणा कुछ दिनों में की जाएगी।
हम विशुद्ध रूप से विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में शामिल हुए। अब हमारा उनसे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अगले कुछ महीनों में होने जा रहे हैं उपचुनाव के लिए पार्टी अपने दम पर उम्मीदवार उतारेगी। गौरतलब है कि विस चुनाव में महागठबंधन को करारी हार मिली थी। बीपीएफ ने 2016 में 12 सीटों के मुकाबले इस चुनाव में केवल चार सीटें जीती थीं।
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि दिलचस्प बात यह है कि 26 जून को आयोजित महागठबंधन के संवाददाता सम्मेलन में बीपीएफ का कोई भी प्रतिनिधि उपस्थित नहीं था। इस संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद रिपुण बोरा ने कहा कि इस बारे में उनकी ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।
हमें भी मीडिया से ही इस बारे में जानकारी मिल रही है। उनका कहना था कि जब तक आधिकारिक रूप से हमें इसकी जानकारी नहीं मिलती हम इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।