कर्नाटक, बेंगलुरु: आखिरकार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने आज अपनी सरकार के दो साल के जश्न के दौरान अपने इस्तीफे की घोषणा की। राज्य में भाजपा के एक वर्ग उन्हें हटाने के लिए अथक प्रयास कर रहे थे और इसको लेकर कई तरह की अटकलें भी चल रही थी।
उनके इस्तीफे के बाद सभी अटकलों पर एक तरह से। लग गया है। उन्होंने कहा कि मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं दोपहर के भोजन के बाद राज्यपाल से मिलूंगा। 78 वर्षीय येदियुरप्पा ने विधानसभा परिसर में एक अश्रुपूर्ण भाषण में घोषित किया। अपने चौथे कार्यकाल के दो वर्षों में लगातार अग्नि परीक्षा की बात करते हुए अपना इस्तीफा सौंपने के लिए बगल की इमारत में चले गए।
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने मुझे 75 से अधिक होने के बावजूद मुख्यमंत्री के रूप में शासन करने का मौका दिया। मैंने कुछ समय पहले इस्तीफा देने का फैसला किया था। मैंने आज इस्तीफा देना बेहतर समझा क्योंकि इस कार्यकाल के दो साल पूरे हो रहे हैं।
इससे पहले अपने भाषण में उन्होंने कहा जब (अटल बिहारी वाजपेयी) प्रधान मंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्र में मंत्री बनने के लिए कहा। लेकिन मैंने कहा कि मैं कर्नाटक में रहूंगा।कर्नाटक में भाजपा का विकास हुआ है, उन्होंने कहा यह हमेशा मेरे लिए एक अग्नि परीक्षा रहा है। पिछले दो साल से कोविड-19 का प्रकोप रहा है।