तमिलनाडु, चेन्नई : राष्ट्रीय आयुष मिशन की क्षेत्रीय समीक्षा बैठक का उद्घाटन केंद्रीय आयुष और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने केंद्रीय आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपरा महेंद्रभाई, तमिलनाडु के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री थिरु मा सुब्रमण्यम, कर्नाटक के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, दिनेश गुंडू राव, , आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा के साथ आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु सरकारों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के बीच किया। बैठक के दौरान सभी भाग लेने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने आयुष की स्थिति और कार्यान्वयन के तहत अग्रणी आयुष कार्यक्रमों की प्रगति पर विस्तृत प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, आज हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ भारत के सपने को साकार करने की दिशा में पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है, इस विषय पर चर्चा की। हमारी समृद्ध विरासत और पारंपरिक चिकित्सा की क्षमता ने मनुष्य की पीढ़ियों को बेहतर, स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण सूत्र दिए हैं। हमें चिकित्सा के इस उत्कृष्ट रूप का पूरा लाभ उठाना चाहिए, चाहे वह आयुर्वेद हो, सिद्ध हो, यूनानी हो, योग हो, प्राकृतिक चिकित्सा हो, सोवा रिग्पा हो या होम्योपैथी हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हम चिकित्सा के पारंपरिक रूपों को आधुनिक चिकित्सा के साथ वैज्ञानिक रूप से एकीकृत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। आयुष चिकित्सा प्रणाली की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए सोनोवाल ने आगे कहा आयुष के पास स्कूली बच्चों के लिए आयुष के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद जैसे कुछ मजबूत कार्यक्रम हैं जैसे सुप्रजा: मातृ एवं नवजात शिशु के लिए आयुष, वयोमित्र जो आयुष आधारित वृद्धावस्था कार्यक्रम है। इसके अलावा ऑस्टियोआर्थराइटिस और अन्य मस्कुलोस्केलेटल विकारों की रोकथाम और प्रबंधन, आयुष मोबाइल चिकित्सा इकाइयां आदि आयुष प्रणालियों को मजबूत करेंगी।
बापू को अर्पित की गई श्रद्धांजलि
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