छत्तीसगढ़, रायपुर : बस्तर के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकार की हत्या के मुकदमे को कमजोर नहीं पड़ने दिया जाएगा। मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर सहित 4 हत्या आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं। एसआईटी की जांच भी निष्पक्ष रूप से हो रही है। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ (बीएसपीएस) के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि नौकरशाह और ठेकेदारों के बीच पनप चुके गठजोड़ की पहचान कर उनके अपराधीकरण को रोका जाएगा। बीएसपीए ने गृहमंत्री विजय शर्मा को बीजापुर के दिवंगत पत्रकार मुकेश चद्राकार की जघन्य हत्या सहित छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर बढ़ रह हमले और पत्रकारों की सुरक्षा पर बीएसपीएस की रिपोर्ट सौंपी। बीएसपीएस के राष्ट्रीय सचिव सुखनंदन बंजारे, छत्तीसगढ इकाई प्रदेश अध्यक्ष गंगेश कुमार द्विवेदी, कोषाध्यक्ष विक्की पंजवानी, प्रदेश सचिव जावेद अली जैदी, कार्यकारिणी सदस्य राहुल पाली एवं सदस्य हरिमोहन तिवारी मौजूद थे।
गृहमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री से चर्चा कर जल्द ही पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाएगा। गृहमंत्री शर्मा को प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इस पूरे मामले मे सरकारी वकील के साथ मिलकर बीएसपीएस मुकदमा लड़ेगा, जिससे केस कमजोर न पड़ने पाए। आरोपी को सजा दिलाने तक यह कानूूनी सहयोग नि:शुल्क जारी रहेगा। पिछले दिनों हत्या के उपरांत बीएसपीएस के राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज हसन एवं राष्ट्रीय संगठन सचिव गिरिधर शर्मा ने बस्तर में दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिजनों से मुलाक़ात के बाद यह बात कही थी। साथ ही दंतेवाड़ा के पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने वालों के विरुद्ध भी संगठन कानूनी सहायता प्रदान करेगा। बीएसपीएस के प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से भी मुलाक़ात कर रिपोर्ट की प्रति सौंपी है। सीएम ने भी सिफारिशों पर विचार करने का आश्वासन बीएसपीएस के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिया है। संक्षिप्त मुलाकात में उन्होंने सिफारिशो पर विचार कर यथा संभव लागू करने का आश्वासन दिया।
बैठकों में अब नहीं होगा अधिकारियों के पदनामों का उल्लेख
हिमाचल प्रदेश, शिमला : हिमाचल प्रदेश के विभिन्न विभागों की बैठकों की कार्यवाही में अब अधिकारियों के नाम या पदनामों...
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