नई दिल्ली : एनडीए के पूर्व सहयोगी चिराग पासवान ने दावा किया कि बिहार मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है, क्योंकि सत्तारूढ़ एनडीए के घटक दल एक-दूसरे से उलझ गए हैं। चिराग ने दावा किया कि जल्दी चुनाव की संभावना तब साफ हो गई, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में एक राज्यव्यापी दौरे की योजना बनाई।
चुनावों का सामना करने तक वह ऐसा कभी नहीं करते। चिराग मुख्य रूप से राज्य में शराबबंदी कानून को लागू करने के तरीके को लेकर नीतीश कुमार के जद (यू) और भाजपा के बीच हाल के झगड़ों के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। लोक जनशक्ति पार्टी के एक अलग गुट के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि जब से विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हैं, मैं कह रहा हूं कि यह सरकार टिकने वाली नहीं है। पिछले साल पश्चिम चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने वालों के परिवार के सदस्यों की मदद करने की पेशकश को लेकर जद (यू) के एक प्रवक्ता द्वारा राज्य भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल की खिंचाई करने के बाद विवाद खड़ा हो गया।
जायसवाल जद (यू) के संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के साथ एक साहित्य अकादमी विजेता नाटककार द्वारा सम्राट अशोक की कथित बदनामी को लेकर भी वाकयुद्ध में उलझे हुए हैं। इस नाटककार को भगवा पार्टी का करीबी माना जाता है। चिराग पासवान ने विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी की नाराजगी का भी जिक्र किया जो 2020 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एनडीए में शामिल हुए थे।
बोचहा से उनकी पार्टी के विधायक की हाल ही में मृत्यु हो गई थी और सहनी ने भाजपा या जद द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने पर गठबंधन से बाहर निकलने की धमकी दी है। चिराग पासवान ने कहा कि ये सभी चीजें मनभेद को मतभेद से अलग बताती हैं। यह किसी भी गठबंधन के लिए बुरा है।