असम, गुवाहाटी: असम विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस विधायक दल के मुखिया देवव्रत सैकिया ने राज्य में मूल्यवृद्धि के मुद्दे पर खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रंजीत कुमार दास की टिप्पणी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि मंत्री ने किस आधार पर खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी को मिलावट मुक्त करार दिया है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह कैसा बयान है? अगर यह सच है तो मौजूदा सरकार को लोगों को जहर खाने के लिए मजबूर करने और उन्हें निलंबित करने के लिए पिछली सरकार और अन्य विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों और मंत्रियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करनी चाहिए। मिलावटी उत्पादों का सेवन जहर खाने के बराबर है।
सरकारी अधिकारियों ने हमें जहर क्यों खाने दिया? नाजीरा के विधायक सैकिया ने हाल ही में बिना किसी वैध कारण के सरकारी आईएएस, आईपीएस अधिकारियों और अन्य नौकरशाहों के फेरबदल पर भी सवाल उठाए हैं।
आमतौर पर एक अधिकारी को एक स्थान पर कम से कम तीन साल की सेवा करनी होती है जब तक कि उनके खिलाफ कोई शिकायत न हो। फिर किस आधार पर इन अधिकारियों का तबादला किया गया है? सरकार को इसे पारदर्शी बनाना चाहिए। वे इस फैसले का विरोध करते हैं।